BSF ने बांग्लादेश सीमा से 1.44 करोड़ का 2.56 किलोग्राम सोना किया जब्त

 बीएसएफ ने बांग्लादेश सीमा से 1.44 करोड़ का 2.56 किलोग्राम सोना किया जब्त, दो तस्कर भी गिरफ्तार

BSF ने बांग्लादेश सीमा पर जप्त किया सोना

दक्षिण बंगाल सीमांत के जवानों ने बंगाल के उत्तर 24 परगना में 2.26 किलोग्राम सोने के बिस्किट के साथ दो तस्करों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए दोनों को गिरफ्तार किया है। फिलहाल उन्हें कस्टम डिपार्टमेंट को सौंप दिया गया है।

 बीएसएफ के दक्षिण बंगाल सीमांत के जवानों ने बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास एक बार फिर बड़ी कार्रवाई करते हुए तस्करी के प्रयासों को नाकाम कर 22 सोने के बिस्किटों के साथ दो तस्करों को गिरफ्तार किया है। बीएसएफ ने शुक्रवार को एक बयान में बताया कि जब्त सोने का कुल वजन 2.566 किलोग्राम है, बाजार में जिसकी कीमत लगभग एक करोड़ 44 लाख रुपये से अधिक है।

खुफिया जानकारी मिलते ही कार्रवाई

तस्कर सोने के बिस्किटों को बांग्लादेश से भारत में तस्करी की फिराक में था। दक्षिण बंगाल सीमांत, बीएसएफ के प्रवक्ता व डीआइजी अमरीश कुमार आर्य ने बताया कि यह घटना बल की सीमा चौकी जयंतीपुर, 158वीं वाहिनी के इलाके की है, जहां खुफिया सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए गुरुवार को जवानों ने सोना जब्त किया।22 सोने की बिस्किट बरामद


पुलिस ने बताया कि गांव जयंतीपुर में फेंस गेट के पास एक मोटरसाइकिल के साथ दो संदिग्ध व्यक्ति खड़े थे। जब उनसे पूछताछ करने के लिए पुलिस उनके पास गई, तो वे घबरा गए और भागने की कोशिश करने लगे। तलाशी के दौरान उनके मोटरसाइकिल की सीट के नीचे, इम्प्रोवाइज कैविटी से काले रंग के कपड़े में लिपटे हुए तीन पैकेट मिले, जिनके अंदर से 22 सोने के बिस्किट बरामद हुए।



काम पूरा करने पर मिलने थे 20,000 रुपये

पकड़े गए तस्करों की पहचान जाहिर हुसैन मोल्ला तथा गयासुद्दीन मंडल, जिला उत्तर 24 परगना के रूप में हुई है। पूछताछ में दोनों ने खुलासा किया कि उन्होंने ये सोने के बिस्किट करीम मंडल, जिला जेस्सोर, बांग्लादेश से लिए थे। बीएसएफ की ड्यूटी प्वाइंट पार करके इसे उत्तर 24 परगना जिले के रहने वाले राजू विस्वास को सौंपना था। इस काम के लिए उन्हें 20,000 रुपये मिलने थे।

कस्टम विभाग को सौंपे गए तस्कर

पकड़े गए तस्करों और जब्त सोने को बीएसएफ ने कस्टम डिपार्टमेंट, पेट्रापोल को सौंप दिया है। 158वीं वाहिनी के कमांडिंग ऑफिसर ने बताया कि तस्कर नित नए–नए तरीकों से तस्करी करने की कोशिश करते हैं, लेकिन बीएसएफ जवानों की सतर्कता और सूझबूझ के कारण तस्कर लगातार पकड़े जा रहे हैं और उनके मंसूबे धाराशाही हो रहे हैं।



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